Monday, May 18, 2020

             पुष्पों की खेती का महत्व

मनुष्य फूलों Flowers का उपयोग प्राचीन काल से करता आ रहा है। फूलों का मुख्य उपयोग सजावट के लिए करते है। इसका एक अन्य उपयोग औषधि निर्माण है। पूरी दुनिया मे फूलों की खेती की जाती है। भारत मे भी इनकी खेती व्यापक रूप से की जाती है।

                                                            शादी पार्टी में घरों को सजाने के लिए फूलों का उपयोग किया जाता है। फूलों की खेती के व्यवसायिक लाभ भी है। फूलो में खुशबू के साथ ही उनकी खूबसूरती भी महत्वपूर्ण होती है। फूलों को गुलदस्ते के रूप में उपहार देंने की परंपरा कई सालों से चली आ रही है।


पुष्पों की खेती का महत्व व्यावहारिक विविधीकरण की दृष्टि से पुष्पों की खेती का महत्व दिनों-दिन बढ़ता जा रहा है। यद्यपि पुष्पों को उगाने की कला भारत के लिए नई नहीं है तथापि, बड़े पैमाने पर वाणिज्यिक स्तर पर इनकी खेती तथा पॉली हाउसों में इनकी संरक्षित खेती भारत में अपेक्षाकृत नई है। विपुल आनुवंशिक विविधता, विभिन्न प्रकार की कृषि जलवायु संबंधी परिस्थितियों बहुमुखी प्रतिभा सम्पन्न मानव संसाधन के कारण भारत में इस क्षेत्र में विविधीकरण के नए मार्ग प्रशस्त हैं जिनका अभी तक पर्याप्त रूप से दोहन नहीं हुआ है।

 विश्व व्यापार संगठन के युग में विश्व बाजार के खुल जाने के कारण पुष्पों तथा पुष्पोत्पादों का विश्व भर में स्वतंत्र रूप से आवागमन संभव है। इस संदर्भ में प्रत्येक देश को प्रत्येक देश की सीमा में व्यापार करने के पर्याप्त अवसर उपलब्ध हैं। विश्व स्तर पर 140 से अधिक देश पुष्पों की फसलों की खेती में लगे हुए हैं। 


विभिन्न देशों में संयुक्त राज्य अमेरिका पुष्पों का सबसे बड़ा उपभोक्ता है। जहां प्रति वर्ष 10 बिलयन डॉलर से अधिक के पुष्पों की खपत होती है। इसके बाद उपभोग के मामले में जापान का स्थान है जहां प्रति वर्ष 7 बिलियन डॉलर से अधिक मूल्य के पुष्पों की खपत होती है। भारत का भविष्य में बेहतर स्कोप है क्योंकि उष्णकटिबंधीय पुष्पों की ओर लोगों का रुझान बढ़ रहा है और भारत जैसे देश द्वारा इसका लाभ उठाया जा सकता है क्योंकि हमारे यहां देशी वनस्पति जगत में उच्च स्तर की विविधता उपलब्ध है।
फूल प्रकृति के द्वारा मनुष्य को दिए सबसे खूबसूरत उपहार है। फूल विभिन रंगों के होते है। इनकी सुगन्ध भी अलग अलग होती है। फूलों के खिलने का समय भी अलग अलग होता है, कोई पुष्प सुबह खिलता है, तो कोई पुष्प शाम को खिलता है। मधुमक्खी फूलों के रस से शहद का निर्माण करती है। ये कीट फूलों से अपना भोजन प्राप्त करते है। फूल प्राकृतिक सौंदर्य को भी बढ़ाते है। फूलों से तेल भी निकाला जाता है। कई जड़ी बूटियां और दवाइयां भी फूलों से बनाई जाती है।
                                                             देवी देवताओं को भी पुष्प अर्पित करने की धार्मिक परम्परा रही है। भगवान के चरणों मे फूलों का अर्पण करना श्रद्धा मानी जाती है। देवी देवताओं को फूलों की माला भी पहनाई जाती है। किसी भी सम्मानीय व्यक्ति को सम्मान देने के लिए फूलों की माला पहनाने की परंपरा रही है। फूल पौधे के प्रजनन में सहायक होते है। परागकण विधि के द्वारा प्रजनन होता है। मनुष्य फूलो को भोजन के रूप में भी ग्रहण करते है। कई प्रजाति के फूल भोजन के लिए उपयुक्त होते है।

                 ARUN GOUTAM JI

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